पत्रकारिता की आड़ में छुपा था बड़ा अपराध, बलात्कार और ब्लैकमेलिंग, पुलिस ने किया गिरफ्तार
CG News।एक बार फिर एक व्यक्ति, जो खुद को पत्रकार बताता है, गिरफ्तार हुआ है। ये आदमी लंबे समय से जिले में अवैध वसूली कर रहा था। आज, एक पीड़िता ने अपने पिता के साथ मिलकर 22 जनवरी 2025 को थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि आरोपी, ओमप्रकाश कश्यप, उसके मोहल्ले में आता-जाता था। 2019 के पार्षद चुनाव के दौरान वह लोगों से उनकी राय जानने के बहाने उनके घर आया करता था। ओमप्रकाश ने तब पीड़िता का मोबाइल नंबर लिया और उसके बाद से उसे फोन पर परेशान करने लगा।
2019 में ही, 19 दिसंबर को, ओमप्रकाश ने पीड़िता को यह कहकर अपने घर, ग्राम खरौद, ले गया कि वह उससे प्यार करता है और शादी करने का झांसा देकर बलात्कृत किया। उसने पीड़िता की अश्लील फोटो और वीडियो अपने मोबाइल में रखे और उनसे सार्वजनिक करने की धमकी देकर उसे बार-बार ब्लैकमेल किया। 19 सितंबर 2024 को, उसने शिवरीनारायण के होटल रॉयल हरि पैलेस में बुलाकर फिर से बलात्कार किया और यह कहते हुए डराया कि वह तस्वीरें और वीडियो वायरल कर देगा।
आरोपी ने पीड़िता को यह भी धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया, तो उसके चेहरे पर तेजाब डाल देगा। पीड़िता डर के मारे चुप रही, लेकिन ओमप्रकाश की लगातार ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उसने थाने में शिकायत की। इस पर थाना शिवरीनारायण में एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें आईपीसी की धाराएँ 376(2)एन और 506, साथ ही पॉक्सो एक्ट की धाराएँ शामिल की गईं। नाबालिग पर हुए इस अपराध को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के निर्देश पर एक टीम बनाई गई ताकि आरोपी को ढूंढा जा सके।
जांच के दौरान, शिवरीनारायण पुलिस ने अभियुक्त ओमप्रकाश को पकड़कर थाने लाया और उससे पूछताछ की। उसे अपने मोबाइल फोन का सबूत पेश करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने लिखा कि फोन खो गया है, जिससे मामले में आईपीसी की धारा 201 भी जोड़ी गई। होटल रॉयल हरि पैलेस के रोजाना रजिस्टर की जांच करने पर, आरोपी और पीड़िता के नाम दर्ज पाए गए। ओमप्रकाश ने जुर्म स्वीकार कर लिया और पर्याप्त सबूत मिल जाने पर उसे 22 जनवरी 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया। इस पूरी घटना में थाना प्रभारी निरीक्षक सागर पाठक और अन्य पुलिस अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।