चुनाव खत्म, नेता लापता! क्या सारंगढ़ में जनपद सदस्य ‘हाईजैक’ हो गए? सच्चाई जानिए!District Member Hijack

सारंगढ़ जनपद पंचायत चुनाव के नतीजे देर रात घोषित कर दिए गए, लेकिन इसके तुरंत बाद ही निर्वाचित जनपद सदस्यों के ‘गायब’ होने की खबरें आने लगीं। इस राजनीतिक उठापटक के बीच भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं।
भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने…
भाजपा का दावा है कि उनके पास 14 जनपद सदस्य हैं, जिससे उन्हें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए बहुमत मिल चुका है। दूसरी ओर, कांग्रेस भी अपने समर्थन में बहुमत होने की बात कह रही है। ऐसे में वास्तविक स्थिति अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव के दिन ही साफ होगी।
जनपद सदस्य ‘लापता’, मोबाइल भी बंद…??
चुनाव परिणाम घोषित होते ही जनपद सदस्य लापता हो गए और उनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं। इससे राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। अब सवाल यह उठता है कि ये जनपद सदस्य भाजपा के समर्थन में हैं या कांग्रेस के खेमे में चले गए हैं?
सारंगढ़ जनपद पंचायत के विजेता सदस्य…
इस बार सारंगढ़ जनपद पंचायत में 25 सीटों पर चुनाव हुए, जिनमें से एक सीट पर पहले ही निर्विरोध जीत हो चुकी थी। बाकी 24 सीटों पर 23 फरवरी को मतदान और मतगणना हुई, जिसके बाद निम्नलिखित उम्मीदवार विजयी घोषित किए गए:
1️⃣ मीना घनश्याम टंडन (भदरा)
2️⃣ हीरा भैरोनाथ जाटवर (कोसीर)
3️⃣ चंद्रिका चंद्रकुमार श्रीवास (जशपुर)
4️⃣ रजनी चोखलाल पटेल (भेड़वन)
5️⃣ भीमशंकर पटेल (भेड़वन)
6️⃣ शशि मनोज बसंत (गुडेली)
7️⃣ हेमा विश्वनाथ बसंत (रक्शा)
8️⃣ सतीश अजय (सुलोनी)
9️⃣ कालीचरण जाटवर (सुलोनी)
🔟 सागर तंकवारे (पिंडरी)
1️⃣1️⃣ राजकुमारी चंद्रकुमार नेताम (गुड़ेली)
1️⃣2️⃣ अशोक पटेल (मुडपार बड़े)
1️⃣3️⃣ कोमल शशि पटेल (गोड़िहारी)
1️⃣4️⃣ रमा रोहित महिलाने (डुमरडीह)
1️⃣5️⃣ अंजू ऋषिकेश पटेल (नौरंगपुर)
1️⃣6️⃣ रुक्मिणी रामचरण पटेल (अमझर)
1️⃣7️⃣ मुकेश साहू (परसदा बड़े)
1️⃣8️⃣ मीना रघुनाथ साहू (छिन्द)
1️⃣9️⃣ ममता राजीव ठाकुर (सारंगढ़)
2️⃣0️⃣ सुशीला सीताराम साहू (दानसरा)
2️⃣1️⃣ प्रतिमा बरिहा (सुअरगुड़ा)
2️⃣2️⃣ अश्विनी बरिहा (बैगीनडीह)
2️⃣3️⃣ पद्मिनी धरणीधर पटेल (फरसावानी)
2️⃣4️⃣ विजय विक्की पटेल (छातादेई)
2️⃣5️⃣ राजेश सिदार (नरेशनगर)
अब क्या होगा?
इस पूरे घटनाक्रम में अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए कौन बाजी मारेगा? भाजपा के 14 जनपद सदस्य होने के दावे पर कितना दम है, यह तो चुनाव के दिन ही साफ होगा।
अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि ‘गायब’ हुए जनपद सदस्य किस तरफ झुकाव दिखाते हैं और कौन इस प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में बाजी मारता है।