Raigarh में जल जीवन मिशन फेल? 1000 से ज्यादा प्रोजेक्ट अधूरे, पाइपलाइन बिछी लेकिन पानी नहीं!

Raigarh News:केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना Jal Jeevan Mission का उद्देश्य हर ग्रामीण घर तक साफ पानी पहुंचाना था, लेकिन रायगढ़ जिले में इसका हाल बेहद खराब है। बीते चार वर्षों में यहां न तो Multi-Village Schemes पूरी हो सकीं और न ही Single-Village Projects को पूरा किया गया। कुल 1348 स्वीकृत योजनाओं में से सिर्फ 347 ही पूरी हुईं, जबकि 1001 प्रोजेक्ट अब भी अधूरे पड़े हैं।
प्लानिंग की कमी से चौपट हुआ मिशन
Jal Jeevan Mission की सफलता इस पर निर्भर थी कि योजना को सही प्लानिंग और क्रियान्वयन के साथ लागू किया जाए, लेकिन रायगढ़ जिले में हालात इसके बिल्कुल उलट हैं। यहां बिना जल स्रोत की उपलब्धता जांचे ही कई गांवों में पानी की टंकियां बना दी गईं। कुछ जगहों पर टंकी तो तैयार हो गई, लेकिन पाइपलाइन ही नहीं बिछाई गई।
अधूरी पाइपलाइन और गायब ठेकेदार
कई जगहों पर पाइपलाइन डालने के बाद ठेकेदार गायब हो गए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) पर आरोप है कि वह खुद इस योजना को पटरी से उतारने में लगा हुआ है। स्थिति यह है कि जहां पाइपलाइन डाली भी गई है, वहां भी जल आपूर्ति सुचारू नहीं हो पा रही है।
Fund की कमी बनी बड़ी बाधा
Jal Jeevan Mission के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से फंड मिलना जरूरी था, लेकिन अब यह मामला उलझ गया है। फंडिंग की समस्या के चलते कई प्रोजेक्ट अधर में लटक गए हैं। कुछ ठेकेदारों ने जल स्रोत ढूंढे बिना ही टंकी बना दी, लेकिन अब पास में पानी का कोई स्रोत ही नहीं मिल रहा है।
गुणवत्ता पर भी उठे सवाल
1. पाइपलाइन में लीकेज की समस्या
2. टंकी में सीपेज की दिक्कत
3. घटिया क्वालिटी के पाइपों का इस्तेमाल
4. सड़क निर्माण के दौरान पाइपों को नुकसान
5. ठेकेदारों को भुगतान नहीं मिलने से काम ठप
ग्रामीणों का विरोध और सरकारी अड़चनें
कई गांवों में पहले से मौजूद Tube Wells को योजना से जोड़ने की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। कुछ जगहों पर जमीन विवाद के कारण प्रोजेक्ट अधर में अटका है, तो कहीं Electricity Department की ओर से कनेक्शन में देरी की जा रही है।
2028 तक बढ़ाई गई समय सीमा, लेकिन क्या इससे समस्या हल होगी?
सरकार ने अब इस योजना की डेडलाइन 2028 तक बढ़ा दी है, लेकिन जिस तरह से प्रोजेक्ट में लापरवाही हो रही है, उससे ग्रामीणों को राहत मिलने की उम्मीद कम ही दिखती है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
“हम ठेकेदारों के काम की समीक्षा कर रहे हैं। कई कारणों से काम पूरे नहीं हो सके हैं। जिनका कार्य धीमा है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
— केपी कंवर, EE, PHE
अब सवाल यह उठता है कि क्या जल जीवन मिशन रायगढ़ में अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएगा, या फिर यह भी एक अधूरा सपना बनकर रह जाएगा?