आग, धमाके और अफरा-तफरी: पटाखा बाजार में मची तबाही की पूरी कहानी!
MP News।।रविवार को शहर के कठौंदा बाजार में पटाखा बाजार में एक बड़ी आग लग गई। इस आग ने 8 दुकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। आग पर काबू पाने में साढ़े चार घंटे लग गए। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है, लेकिन नुकसान का सही आंकलन अभी नहीं किया जा सका है। जब एक साथ इतनी सारी पटाखे जलने लगे, तो पूरे कठौंदा में दहशत फैल गई। माढ़ोताल तक पटाखों की आवाज सुनाई दी। आसमान में धुएं के बादल 5 किलोमीटर दूर तक देखे गए। शाम 4.30 बजे जब सूचना मिली, तब नगर निगम का दमकल विभाग मौके पर पहुंचा। आग बुझाने के लिए 15 दमकल गाड़ियां लगाई गईं। सबसे बड़ा खतरा यह था कि आग पटाखा बाजार की अन्य दुकानों तक ना फैल जाए, इसलिए दुकानों के शटर के सामने गीली रेत डाली गई।
● पटाखा बाजार में 47 दुकानें हैं।
● एक दुकान से आग ने 8 दुकानों को अपनी चपेट में लिया।
● 13 दोपहिया वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गए।
● धुएं का गुबार 5 किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहा था।
● दुकानों के बीच की दूरी 6-6 फीट है।
● शॉर्ट सर्किट से आग लगी ऐसी चर्चा है ।
● आग बुझाने के लिए 15 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
● धमाकों ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया, माढ़ोताल तक आवाज सुनाई दी।
● 15 दमकल गाड़ियों ने साढ़े चार घंटे में आग पर काबू पाया।
कलेक्टर दीपक सक्सेना के साथ नगर निगम और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। दमकल वाहनों की आवाजाही में कोई दिक्कत न हो, इसलिए कई जगह ट्रैफिक पुलिस के प्वाइंट बनाए गए थे।
आग लगने की खबर सुनते ही महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे और अन्य जनप्रतिनिधि तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी फोन पर हालात की जानकारी ली।
दीपावली के दौरान पटाखा बाजार में बड़ी संख्या में अवैध स्टॉक पाया गया। सुरक्षा नियमों का पालन न करने और आग लगने से बचने के उपायों की अनदेखी को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कई दुकानों को बंद कर दिया। लेकिन दुकानदारों ने बाद में अपनी मनमानी से इन दुकानों को फिर से खोल लिया। इसके बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। बस व्यापारियों को नोटिस दिया गया, और औपचारिकता पूरी कर ली गई।