शराब के नशे में स्कूल में सोते शिक्षक का वीडियो वायरल, क्या होगी कार्रवाई? जानें पूरी खबर!
बुधवार को प्राथमिक शाला पलाचुर के सहायक शिक्षक रामकुमार कोमरा का एक वीडियो और फोटो वायरल हुआ, जिसमें वह स्कूल के प्रांगण में शराब के नशे में सोए हुए थे। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने मामले की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। शिक्षक लगभग तीन घंटे तक स्कूल में इसी हालात में पड़े रहे। उनकी मेडिकल जांच नहीं कराई गई।
खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जब हमारी टीम स्कूल पहुंची, तो शिक्षक वहां नहीं था। जानकारी मिली है कि वह 16 फरवरी 2018 से पलाचुर में काम कर रहा है। वह हर दिन शराब पीकर स्कूल आता है और बच्चों को पढ़ाने में भी रुचि नहीं दिखाता। बुधवार को, उसने स्कूली बच्चों के छेरछेरा नृत्य से बिछाए धान को 300 रुपए में बेच दिया और फिर शराब पीकर स्कूल आया। वह इतना नशे में था कि चलने में भी परेशानी हो रही थी।
वह नशे की हालत में बच्चों के खाने पर गिर गया। स्कूल के आंगन में वह दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक पड़ा रहा। बाद में उसकी पत्नी आई और उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन वह उठ नहीं सका। बच्चों के सामने उसने अपनी पत्नी को अपशब्द कहने शुरू कर दिए।
खंड शिक्षा अधिकारी एसपी कोसरे ने बताया कि सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और फोटो सामने आए हैं, जिसमें एक शिक्षक स्कूल के प्रांगण में सोया हुआ दिखाई दे रहा है। प्राथमिक स्कूल पलाचुर के प्रधानपाठक ने इस मामले की कोई सूचना नहीं भेजी है। इन वीडियो और फोटो के आधार पर मैंने जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के लिए एक रिपोर्ट भेजी है। पहले भी शराब पीने की शिकायतें आई थीं, उस पर स्पष्टीकरण देकर चेतावनी दी गई थी।
प्रधानपाठक धनाजूराम नरेटी ने कहा कि जब से मैं यहां काम कर रहा हूं, सहायक शिक्षक रामकुमार कोमरा रोज शराब के नशे में आते हैं। मैंने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मेरी बात नहीं मानते। मैंने बीईओ, एबीईओ और संकुल समन्वयक को भी इस स्थिति की जानकारी दी है, फिर भी रामकुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बच्चों के सामने शराब पीकर आना उनकी पढ़ाई को प्रभावित करता है। धनाजू नरेटी ने कहा कि सहायक शिक्षक रामकुमार कोमरा अक्सर शराब के नशे में रहते हैं। छेरा छेरा पर्व के दौरान, उन्होंने स्कूल के बच्चों को घर-घर लेकर नृत्य कराया और फिर इकट्ठा की गई धान को 300 रुपए में बेचकर शराब पीकर स्कूल पहुंचे। वह इतने नशे में थे कि न तो बैठ पाते थे और न ही चल सकते थे। मैंने अधिकारियों को इस बारे में बताया, लेकिन वे सुनने में ध्यान नहीं देते हैं।