QR Code Scan करने से पहले रुकें! क्या आप ठगी का शिकार हो रहे हैं? जानें नई साइबर ठगी के तरीके
साइबर ठगी के तरीके बदलते जा रहे हैं क्योंकि तकनीक आगे बढ़ रही है। अब ठग सिर्फ एटीएम, पासवर्ड और बैंक की जानकारी चुराने तक सीमित नहीं हैं। अब बाजारों में क्यूआर कोड भी एक नया खतरा बन गए हैं। ठग सार्वजनिक जगहों पर अपने बनाए हुए क्यूआर कोड चिपका देते हैं। और जब लोग इन को स्कैन करते हैं तो वे ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए, विशेषज्ञ कहते हैं कि किसी भी अनजान क्यूआर को स्कैन नहीं करना चाहिए।
– लेटर बॉक्स में छिपा खतरा..
वित्तीय जानकारों के अनुसार, हाल में एक नई ठगी का तरीका सामने आया है। इसमें चोर घरों के सामने लगे लेटर बॉक्स में ऑफर वाली पर्चियां डालते हैं। जब लोग इन क्यूआर को स्कैन करते हैं, तो ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा, कॉलोनियों में सार्वजनिक स्थानों पर लगे ऑफर के क्यूआर को स्कैन करना भी सुरक्षित नहीं है।
– ध्यान रखने योग्य बातें..
विशेषज्ञों का सुझाव है कि अज्ञात ईमेल, एसएमएस या लिंक पर क्लिक न करें। फिशिंग से बचने के लिए वेबसाइट का यूआरएल जांचें और केवल अधिकारिक साइटों का ही इस्तेमाल करें। बैंकिंग लेनदेन के लिए सार्वजनिक या असुरक्षित नेटवर्क से दूर रहें। अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर लगाएं और इसे समय-समय पर अपडेट करें। ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्स को हमेशा नए रखें। अपने खाते की नियमित जांच करें और किसी भी संदेहास्पद लेनदेन की तुरंत जानकारी बैंक को दें।