भारत का मुंद्रा पोर्ट बना LNG जहाजों का नया गढ़: जानें कैसे बदल रहा है शिपिंग का भविष्य!
अडानी ग्रुप की कंपनी APSEZ भारत की सबसे बड़ी पोर्ट ऑपरेटर है। इसके पास देश के सात राज्यों में 13 पोर्ट हैं। ये पोर्ट लगभग एक चौथाई कार्गो का काम संभालते हैं। मुंद्रा पोर्ट इस कंपनी का सबसे बड़ा पोर्ट है।

New Delhi।।भारत के गौतम अडानी का मुंद्रा पोर्ट अब LNG से चलने वाले जहाजों का स्वागत कर रहा है। हाल ही में, 268 मीटर लंबा और 43 मीटर चौड़ा CMA CGM Fort Diamant पोत ने यहां पहली बार लंगर डाला। यह जहाज 7,000 कंटेनरों की क्षमता वाले LNG जहाजों की श्रृंखला का तीसरा है। अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (APSEZ) ने बताया कि इससे वैश्विक व्यापार में वृद्धि होगी।
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यह पोत CIMEX2K/AS-1 सेवा पर काम करते हुए भारतीय उपमहाद्वीप को चीन से जोड़ता है। APSEZ ने कहा कि मुंद्रा बंदरगाह पर इस जहाज का सफल लंगर अडानी पोर्ट्स की नवाचार और कार्यकुशलता को दर्शाता है। मुंद्रा बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा और APSEZ का मुख्य बंदरगाह है। यह 21 मीटर गहरे जहाजों को संभालने की सुविधाओं से लैस है और सड़क, रेल और माल गलियारे के माध्यम से अच्छी कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
LNG का उपयोग करना शिपिंग उद्योग में कार्बन उत्सर्जन कम करने की कोशिश को दिखाता है। LNG से चलने वाले जहाज पारंपरिक ईंधन के मुकाबले जल्दी और साफ-सुथरा विकल्प पेश करते हैं। मुंद्रा पोर्ट पहले भी भारत में कुछ सबसे बड़े कंटेनर जहाजों की मेज़बानी कर चुका है, जैसे MSC अन्ना और APL रैफल्स। APSEZ भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक बंदरगाह संचालक है और इसके पास गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में 13 बंदरगाह हैं।