50 लाख से अधिक की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय शातिर साइबर ठगों के खिलाफ बिलासपुर रेंज सायबर थाना और ए.सी.सी.यू. की बड़ी कार्रवाई
- सोशल मीडिया पर अवैध पोर्नोग्राफी सामग्री अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में शामिल होने का झांसा देकर फर्जी ई.डी. और मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के रूप में गिरफ्तारी का भय दिखाकर ठगी करने वाले आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
- एक सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी को साइबर ठगों ने अपना निशाना बनाया और 20 दिनों तक लगातार उन्हें भयभीत करते रहे।
- आरोपी धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को यू.एस.डी.टी. क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर निवेश कर ठगी की राशि को सुरक्षित कर लेते थे।
- इस मामले में 03 अंतर्राज्यीय शातिर ठगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
- गिरफ्तार किए गए आरोपियों के व्हाट्सएप ग्रुप में उत्तरी अमेरिका, चीन और यूरोप के व्यक्तियों के साथ संबंधों की जांच जारी है।
फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों का उपयोग आरोपी धोखाधड़ी के लिए करते थे। सैकड़ों आई.एम.ई.आई. नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जांच के बाद पुलिस ने शातिर आरोपियों तक पहुंच बनाई। रेंज साइबर थाना बिलासपुर की टीम ने राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में कार्रवाई करते हुए दो अन्य अंतरराज्यीय ठगों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की।
अपराध क्रमांक 07/2024 धारा 318(4), 3(5) बी.एन.एस. एवं 66(डी) आई.टी एक्ट
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
01. निकुंज कुमार, पिता ताराचंद, उम्र 21 वर्ष, निवासी फेमली लाइन स्कीम न. 03, थाना कोतवाली, जिला अलवर (राजस्थान)।
02. लक्ष्य सैनी, पिता बाबूलाल सैनी, उम्र 20 वर्ष, निवासी साहब जौहड़ा, विजय मंदिर रोड, पुलिस थाना शिवाजी पार्क, जिला अलवर (राजस्थान)।
मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी जयदेव सिंह चंदेल, जो अज्ञेय नगर बिलासपुर (छ.ग.) के निवासी हैं, को पिछले जून महीने में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा ई.डी. और मुम्बई पुलिस क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर फोन और व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क किया गया। इस व्यक्ति ने प्रार्थी को सोशल मीडिया पर अवैध पोर्नोग्राफी सामग्री अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में शामिल होने का झांसा देकर गिरफ्तारी का भय दिखाया। इसके परिणामस्वरूप, प्रार्थी से 26.06.24 से 15.07.24 के बीच कुल 54,30,000 रुपये की ठगी की गई। इस संबंध में प्रार्थी ने एक लिखित आवेदन पत्र प्रस्तुत किया है।