मौसम चेतावनी:24 ज़िलों में घने कोहरे का अलर्ट,1 या 3 फरवरी को बारिश
दो नए शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने के पश्चात उत्तर प्रदेश में मौसम में परिवर्तन की संभावना है। 1 से 3 फरवरी के बीच राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों के लिए इन 24 जिलों में सुबह और शाम घने कोहरे की स्थिति के संबंध में चेतावनी जारी की है।
बर्फबारी के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय ठंडक में वृद्धि हुई है। दिन के समय धूप निकलने से लोगों ने कुछ राहत महसूस की है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के एक अनुमान के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से 1 से 3 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश में वर्षा की संभावना है।
फरवरी महीने की शुरुआत में बारिश की संभावना है, क्योंकि दो नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। 1 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि 2 से 3 फरवरी के बीच पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, इसका कारण दक्षिणी हरियाणा के ऊपर विकसित हुआ चक्रवर्ती परिसंचरण है। फरवरी की शुरुआत से ही बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं। दो नए पश्चिमी विक्षोभों के चलते उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना बढ़ गई है। 1 से 3 फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है, जो बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण हो सकती है।
कोहरे के लिए 2 दिन का अलर्ट जारी, 1 से 3 फरवरी के बीच बारिश की संभावना…
मौसम विभाग ने प्रदेश के गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती समेत 23 जिलों में घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को धूप निकलने के बावजूद अधिकांश क्षेत्रों में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई है। अगले दो दिनों तक घना कोहरा रहने की संभावना है। बारिश के बाद कोहरे से राहत मिल सकती है, लेकिन ठंड बढ़ने की भी आशंका है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, 1 से 3 फरवरी के बीच सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी क्षेत्रों में बूंदाबांदी होगी, और इसके बाद एक और शक्तिशाली विक्षोभ 3 से 6 फरवरी के बीच पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश कराएगा।
घने कोहरे की स्थिति अगले दो दिनों तक इन जिलों में बनी रहने की संभावना है: गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत तथा इसके आस-पास के क्षेत्र।