अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, हत्या के आरोपी गिरफ्तार
तीन घंटे के अंदर आरोपी पकड़े, एक विधि से संघर्षरत बालक भी शामिल
NHT:अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी
प्रमुख बिंदु:रायपुर के थाना मंदिर हसौद में अज्ञात व्यक्ति के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया गया।हत्या के कुछ घंटों बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक विधि से संघर्षरत बालक भी है।आरोपियों ने हत्या का कारण पुरानी रंजिश बताया।मृतक के शव को खेतों में छिपाकर रखा गया था और घटना में प्रयुक्त लकड़ी भी बरामद की गई।
हत्या के मामले में बड़ी सफलता:
रायपुर के थाना मंदिर हसौद में एक सनसनीखेज हत्या की घटना सामने आई, जिसे अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने कुछ घंटों में सुलझा लिया। मृतक की पहचान रमेश कोल के रूप में हुई, जो बघौर जिले का निवासी था और पास के दुबे गिट्टी खदान में हाईवा हेल्पर के रूप में काम करता था।
गौरतलब हो कि 26 नवम्बर, 2024 को ग्राम सरपंच ने पुलिस को सूचना दी कि खदान पारा में एक अज्ञात शव झाड़ियों में छुपाकर रखा है। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव की पहचान की। पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के दिशा-निर्देश में हुई इसअंधे कत्ल के खुलासे में एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड और एआईसीसीयू टीम भी शामिल थी।
आरोपियों का खुलासा:
पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि किशन राजपूत को मृतक रमेश ने कुछ दिन पहले गाली-गलौच किया था, जिससे किशन नाराज था। घटना की रात किशन, रोशन ध्रुव और विधि से संघर्षरत बालक ने मिलकर मृतक को मार डाला। हत्या के दौरान पास में पड़ी लकड़ी से मृतक के सिर पर कई वार किए गए, जिसके बाद शव को घटनास्थल के पास झाड़ी में छिपा दिया गया।
बरामदगी और गिरफ्तारी:
हत्या में प्रयुक्त लकड़ी के डंडे और मृतक के मोबाइल फोन को विधि से संघर्षरत बालक से बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
पुलिस की टीम का योगदान:
इस मामले में थाना मंदिर हसौद की टीम और एआईसीसीयू की भूमिका सराहनीय रही। विशेष रूप से उप निरीक्षक राजेन्द्र कवंर और उनकी टीम ने इस जटिल मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।