Chhattisgarh

CG में बड़ा फैसला: 15 दिनों तक शराब नहीं मिलेगी, जानिए क्या है कारण…

CG News:राजिम कुंभ कल्प मेला छत्तीसगढ़ के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में से एक है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए, छत्तीसगढ़ शासन ने 12 फरवरी से 26 फरवरी तक सभी शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जा सके और एक शुद्ध और आध्यात्मिक वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।

महामाघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक चलने वाला यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम स्थल पर स्नान करने आते हैं और अपने आराध्य देवों की पूजा-अर्चना करते हैं। इस अवधि में शराब जैसे वस्तुओं की अनुपस्थिति से मेले का पवित्र माहौल बना रहता है, जिससे श्रद्धालु बिना किसी बाधा के अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।

इस निर्णय का स्वागत धार्मिक संगठनों और स्थानीय जनता द्वारा भी किया गया है। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि मेला शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हो और लोगों को एकता, विश्वास और आध्यात्मिकता का अनुभव करने का अवसर प्राप्त हो।

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शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, गरियाबंद जिले के राजिम, रायपुर जिले के गोबरा नवापारा और धमतरी जिले के मगरलोड सहित कुल 6 शराब दुकानें इस अवधि में पूरी तरह बंद रहेंगी. आबकारी विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं, और संबंधित जिलों के प्रशासन को इसका सख्ती से पालन कराने को कहा गया है.

राजिम कुंभ कल्प मेला एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जो हर साल भारी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यहां लोग देश के विभिन्न हिस्सों से आते हैं, जिससे इसके धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का पता चलता है।

इस मेले का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक असली और पवित्र आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करना है। इसी भावना को बनाए रखने के लिए प्रशासन ने मेला क्षेत्र में शराब की बिक्री पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को धार्मिक गतिविधियों के दौरान किसी प्रकार की बाधा न हो और मेला क्षेत्र की पवित्रता बनी रहे।

इसके साथ ही प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है कि मेले के दौरान शराब की अवैध बिक्री न हो सके। इसके लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं जो नियमित निरीक्षण करेंगी और सुनिश्चित करेंगी कि कोई भी इस नियम का उल्लंघन न करे। इसके पीछे उद्देश्य है कि मेला श्रद्धालुओं के लिए एक शांतिपूर्ण और भक्तिमय अनुभव सुनिश्चित कर सके।

इस तरह के नियम और व्यवस्थाएं न केवल श्रद्धालुओं के अनुभव को सुखमय बनाती हैं, बल्कि धार्मिक आयोजनों की पवित्रता को भी बनाए रखती हैं। राजिम कुंभ कल्प मेला अपनी अनूठी परंपराओं और धार्मिक समागम के लिए प्रसिद्ध है, और इस तरह के उपाय यह सुनिश्चित करते हैं कि इसकी यह विशेषता बनी रहे।

इस निर्णय को लेकर स्थानीय लोग और श्रद्धालु दोनों ही संतुष्ट नजर आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि धार्मिक आयोजन के दौरान शराब बिक्री पर रोक लगाना एक सकारात्मक पहल है, जिससे मेले की गरिमा बनी रहेगी और श्रद्धालु बिना किसी व्यवधान के धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल हो सकेंगे.

Sanjay Chauhan

" मै एक अनुभवी न्यूज़ राइटर और पत्रकार हूं, जो पिछले 15/17 वर्षों से हर तरह की खबरें कवर कर रहा हूं। सटीकता, निष्पक्षता, और सरल भाषा में तथ्य प्रस्तुत करना मेरी विशेषता है। मेरी लेखनी का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और समाज की आवाज़ बनना है।"

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