2026 तक नहीं टिकेगी मोदी सरकार? संजय राउत ने किया दावा
Political Desk।संजय राउत का बड़ा दावा: 2026 तक नहीं टिकेगी मोदी सरकार! जानें शिवसेना नेता ने क्यों उठाए केंद्र की स्थिरता पर सवाल। पढ़ें पूरी खबर।
विस्तार…
शिवसेना के नेता संजय राउत ने पिछले महीने महायुति गठबंधन पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में शामिल दल केवल सत्ता के लिए जुड़े हैं। उनके बीच विचारों की कोई समानता नहीं है। पहले, वे अपनी पार्टी की वित्तीय जरूरतों को पूरा करते हैं, फिर सरकार बनाने के लिए साथ आते हैं।
2026 तक नहीं टिकेगी मोदी सरकार पर भविष्यवाणी क्यों की?
राउत ने संवाददाताओं से कहा कि नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद कुछ शिवसेना (यूबीटी) नेता पार्टी छोड़ने की अफवाहों को खारिज किया। यह टिप्पणी पूर्व विधायक राजन साल्वी के उद्धव ठाकरे की पार्टी छोड़ने की चर्चा पर आई थी।
यह भी पढ़े………Nikay Chunav 2025:चुनाव पर सस्पेंस खत्म होगा 15 जनवरी को? सीएम ने किया खुलासा
पिछले साल लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 543 सीटों में से 293 पर विजय प्राप्त की। लेकिन भाजपा अपने पिछले कार्यकालों की तुलना में बहुमत से दूर रही। राउत का कहना है कि उन्हें शक है कि केंद्र की सरकार 2026 तक चल पाएगी। जब मोदी का कार्यकाल समाप्त होगा, तब न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि अन्य राज्यों में भी बदलाव आएंगे।
साल्वी के पार्टी छोड़ने की संभावनाओं पर राउत ने कहा कि उन्होंने पार्टी के एक नेता से बातचीत की, जिन्होंने कुछ स्थानीय मुद्दों को लेकर निराशा जताई। राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे साल्वी के संपर्क में हैं। राजापुर से साल्वी, जो कई बार विधायक रह चुके हैं, 2024 विधानसभा चुनाव में शिवसेना के नेता किरण सामंत से हार गए थे। कुछ नेताओं के दूसरी पार्टियों में जाने की अफवाह पर राउत ने कहा कि उनकी पार्टी में कोई असंतोष नहीं है। यह भी एक दौर है, और हर दिन एक जैसा नहीं होता।
महायुति में सहयोगी दलों के बीच सत्ता की लालसा को लेकर राउत ने फिर से निशाना साधा। पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा। पार्टी ने 36 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन केवल 10 सीटें ही जीतीं। वहीं, भाजपा ने 132 से अधिक सीटें हासिल की। महायुति के अन्य घटक दलों में एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 और अजित पवार की राकांपा ने 41 सीटें जीतीं। महाविकास आघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी, राकांपा-एसपी) केवल 46 सीटें जीत सकी।