UP से पकड़ा गया साईबर ठग गिरोह,सारंगढ़ का सुभाष भी हुआ ठगी का शिकार
Cg Syber Crime: पुलिस ने गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में एक साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को उनके लैप्स इंश्योरेंस के पैसे वापस दिलाने के बहाने ठगता था। सारंगढ़ के निवासी सुभाष चंद्र गुरु को 2022 से 2024 के बीच विभिन्न मोबाइल नंबरों से कॉल करके उनके लैप्स रिलायंस इंश्योरेंस पॉलिसी का जमा पैसा वापस दिलाने का लालच दिया गया।
इसके बदले में उनसे शुल्क के नाम पर पैसे की मांग की जाती रही। ठगी का शिकार होकर उन्होंने कुल 48 लाख 42 हजार 75 रुपए दिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल नंबरों और जिन खातों में लेन-देन हुआ था, उनके माध्यम से अपराधियों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू की।
पुलिस की टीम अपराधियों की खोज में दिल्ली और उत्तर प्रदेश पहुंची, जहां उन्होंने कड़ाके की सर्दी में 5 दिनों तक कैंप लगाकर ठगों का पता लगाया। इस दौरान पुलिस को नोएडा के निवासी कुलदीप सिंह का पता चला। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथियों नितेश कुमार, शैलेश मिश्रा, मनीष मिश्रा, हिमांशु आदि के साथ मिलकर लोगों को लैप्स इंश्योरेंस पॉलिसी का पैसा वापस दिलाने के बहाने ठगी करता था।
इन लोगों ने एक फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किया था, जो मोबाइल कंपनियों से डेटा प्राप्त कर लोगों को फोन करते थे। यह कार्य शैलेश मिश्रा और उसके भाई मनीष मिश्रा द्वारा किया जाता था। फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को धोखा दिया जाता था। इसके बाद फर्जी सिम कार्ड और प्रॉक्सी बैंक खातों के जरिए पैसे का लेन-देन किया जाता था। इसके लिए उन्होंने फर्जी तरीके से मोबाइल सिम भी प्राप्त किए थे। इन लोगों ने ठगी की रकम से बड़ी मात्रा में अचल संपत्ति बनाई है।
इस मामले में पुलिस ने नोएडा, उत्तर प्रदेश के निवासी कुलदीप सिंह, गौतम बुद्ध नगर के नितेश कुमार और सुल्तानपुर के शैलेछगश कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया है। पुलिस उनके अन्य सहयोगियों की भी खोज कर रही है। यह एक बार फिर स्पष्ट हुआ है कि लोग इन ठगों के जाल में किसी न किसी लालच के कारण फंसते हैं, चाहे वह लालच उनकी खोई हुई राशि की वापसी का ही क्यों न हो।
लोगों को यह समझना आवश्यक है कि कोई भी अनजान व्यक्ति केवल अपने लाभ की बात करेगा। यदि वह आपके लाभ की बात करता है, तो आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। वर्तमान में, पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह के तीन अनुभवी ठगों को पकड़ा है, जिन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को अपना शिकार बनाया है।