CG News:30 करोड़ के लेन-देन का पर्दाफाश: साइबर अपराधियों की धरपकड़
आरोपियों के बैंक खाता में होल्ड रकम 6 लाख रुपए पीड़ित के खाता में हुए वापस,रायपुर रेंज साइबर द्वारा जांच की जा रही प्रकरणों से संबंधित लेयर 1 बैंक अकाउंट में होल्ड 4.21 करोड़ रुपए पीड़ितों के खातों में जल्द वापसी प्रक्रियाधीन
NHT NEWS RAIPUR:रायपुर रेंज साइबर थाना ने साइबर अपराधों पर सख्त कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की ठगी के मामलों का खुलासा किया है। विभिन्न केसों में ठगी के आरोपियों को गिरफ्तार कर बैंक खातों में होल्ड किए गए लेनदेन का गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है।
शेयर ट्रेडिंग, ई-सिम ठगी, और क्रिप्टोकरेंसी जैसे मामलों में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से गिरफ्तारियां की गई हैं। आरोपी तकनीकी रूप से दक्ष हैं और मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी करते थे। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग कर ठगी की रकम को होल्ड किया और पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया जारी है।
साथ ही, साइबर अपराधों को रोकने के लिए लोगों को सतर्कता बरतने और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज के प्रति सजग रहने की सलाह दी गई है। साइबर सुरक्षा के उपाय जैसे OTP साझा न करना, संदिग्ध कॉल्स को ब्लॉक करना, और अनधिकृत वेबसाइटों पर व्यक्तिगत जानकारी न देना इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं। अगर आप किसी साइबर अपराध का शिकार होते हैं, तो तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं। रायपुर पुलिस की यह पहल डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।”
रेंज साइबर थाना रायपुर की कार्रवाई
रायपुर रेंज साइबर थाना, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज श्री अमरेश मिश्रा के निर्देशानुसार साइबर अपराधों पर सख्ती से कार्यवाही कर रहा है। तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग कर ठगी करने वाले आरोपियों की पहचान की जा रही है। कई मामलों में ठगी की रकम होल्ड या जब्त की गई है और आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
केश 1: 99 लाख की ठगी
प्रार्थी: अनिमेष तिवारी
रिपोर्ट: अनिमेष तिवारी ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर 99 लाख की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपी: समीर थोरात (पिता खंडेराव थोरात)
स्थान: अंबेगांव, पुणे, महाराष्ट्र
कार्यवाही: आरोपी गिरफ्तार, ठगी की रकम की जांच जारी।
केश 2: 2.5 करोड़ की ठगी
प्रार्थी: अभिषेक अग्रवाल
रिपोर्ट: शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर 2.5 करोड़ की ठगी।
आरोपी: मयूरेश गांगुर्दे (पिता राजेंद्र गांगुर्दे)
स्थान: नासिक, महाराष्ट्र
कार्यवाही: आरोपी गिरफ्तार, बैंक लेनदेन का विश्लेषण हो रहा है।
केश 3: 29 लाख की ठगी
प्रार्थी: निशांत जैन
रिपोर्ट: निशांत जैन से 29 लाख की ठगी, आरोपी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है।
आरोपी: आकाश भालेराव (पिता विलास भालेराव)
स्थान: येवोला, नासिक, महाराष्ट्र
कार्यवाही: आरोपी गिरफ्तार, तकनीकी साक्ष्य की पुष्टि हो रही है।
केश 4: 1.39 करोड़ की ठगी
प्रार्थी: नवीन कुमार
रिपोर्ट: नवीन कुमार से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.39 करोड़ की ठगी।
आरोपी: अजय तिडके (पिता किशन तिडके)
स्थान: खामगांव, महाराष्ट्र
कार्यवाही: आरोपी गिरफ्तार, ठगी की रकम होल्ड।
केश 5: ई-सिम ठगी
प्रार्थी: चमन लाल साहू
रिपोर्ट: बैंक खाते से लिंक ई-सिम का उपयोग कर ठगी।
आरोपी:
1. मेराज आलम (दुर्ग)
2. नौशाद अंसारी (बिलासपुर)
कार्यवाही: दोनों आरोपी गिरफ्तार, बैंक खातों की जांच जारी।
केश 6: 21 लाख की ठगी
प्रार्थी: निकिता पवार
रिपोर्ट: ऑनलाइन क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 21 लाख की ठगी।
आरोपी:
1. रविंदर सिंह चावला (महासमुंद)
2. दीपक टीलवानी (रायपुर)
3. तरुण नचरानी (तेलीबांधा, रायपुर)
कार्यवाही: आरोपियों की म्यूल अकाउंट संलिप्तता पाई गई है।
साइबर अपराध रोकथाम के सुझाव
साइबर अपराधों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
1. किसी भी अनजान कॉल, ईमेल या मैसेज का जवाब न दें।
2. OTP या बैंक डिटेल्स किसी से साझा न करें।
3. संदिग्ध कॉल्स पर कोई नंबर न दबाएं।
4. फर्जी ऑफर्स या स्कीम्स से बचें।
5. यदि कोई संदिग्ध संपर्क करे, तो तुरंत 1930 पर सूचना दें।
महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर
साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतों के लिए संपर्क करें: 1930
आपातकालीन सहायता के लिए स्थानीय साइबर थाना से संपर्क करें।
सावधानी के उपाय
1. डिजिटल धोखाधड़ी: कॉल पर किसी को अपना नाम, पता या बैंक डिटेल्स न बताएं।
2. ईमेल फ्रॉड: अनजान ईमेल्स में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
3. UPI फ्रॉड: गलती से आए पैसे वापस करने के बहाने किसी से संपर्क न करें।
4. ओटीपी सुरक्षा: किसी को भी अपना OTP शेयर न करें।
5. फर्जी पहचान: सेना या सरकारी कर्मचारी होने का दावा करने वाले कॉल्स को ब्लॉक करें।
बहरहाल रायपुर साइबर थाना की इस कार्रवाई से ठगी के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने का प्रयास किया गया है। आम नागरिकों को भी सतर्क रहकर साइबर अपराधों से बचने की जरूरत है।
अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज प्राप्त हो, तो तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।